सड़क, चौराहे, टीवी -अख़बार, कियोस्क, बस शेल्टर्स सभी जगह OPPO और VIVO के होर्डिंग्स से अटी पडीं हैं.
22 साल पुरानी इस कंपनी का हेड क्वार्टर चीन के डोंगगुआन शहर में है और कंपनी के मालिक का नाम डुआन योंगपिंग है. डोंगगुआन में यह कंपनी करीब 10 हजार हेक्टर में फैली हुई है जिसमे 1700 से अधिक कर्मचारी है. भारतीय बाजार में दस्तक के 2 साल में ही चीन की इस कंपनी ने चीन में दूसरी सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनी के रूप में नाम दर्ज करवा लिया है.
2016 से यह कंपनी भारत में विस्तार पर जोर दे रही है. OPPO और VIVO दोनों कंपनिया उत्तरप्रदेश में संयुक्त रूप से 4000 करोड़ का निवेश करने वाली है और अखिलेश सरकार द्वारा पहले ही दोनों कंपनियों को ग्रेटर नोएडा में भूमि आवंटित की जा चुकी है. IPSOS की रिपोर्ट्स के मुताबिक VIVO, IPL में सबसे ज्यादा पैसा लगाने वाली ब्रांड है, OPPO ने BCCI के साथ समझौता कर 5 साल के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की स्पोंसरशिप का अधिकार लिया है, खिलाडियों की जर्सी पर ‘स्टार इंडिया’ की जगह OPPO का नाम है. प्रो-कबड्डी का टाइटल भी वीवो के पास है.
आज हम घर में हो या बाहर, इन कंपनियों के विज्ञापनों हर जगह देखने मिल जाएँगे. रेडियो, टीवी, अख़बार, बस शेल्टर्स, पोल किओस्क, गेनट्ररिज पर भारी-भरकम बजट खर्च कर ये तीनों कंपनिया मात्र 2 साल के भीतर ही भारतीय स्मार्टफोन के मार्केट में शीर्ष पांच के मुकाम पर पहुँच चुकी है. इंटरनेशनल डाटा कॉर्पोरेशन की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल चायनीज कंपनियों ने भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में 46% तक पकड़ बना ली है जिसमें OPPO की 8 % और VIVO की 7.6% की हिस्सेदारी है.
पिछले दिनों हुए एक विवाद में OPPO के एक चीनी कर्मचारी ने तिरंगा फाड़ कर डस्टबिन में फेंक दिया था जिसके बाद कंपनी को कार्यवाही करते हुए उसे बर्खास्त करना पड़ा था और माफ़ी माँगनी पड़ी थी.